
अहिल्यानगर,
राज्य सरकार के ग्रामविकास विभाग का बनावट GR दिखाकर 5.56 करोड़ की 33 योजनाएं हथियाने वाले ठेकेदार के खिलाफ अब FIR दर्ज कर ली गई है। ये कार्रवाई MKN NEWS द्वारा इस घोटाले का पर्दाफाश किए जाने के बाद हुई है।
ठेकेदार अक्षय चिर्के (देऊळगाव सिद्धी, तालुका नगर) पर कोतवाली पुलिस स्टेशन में सरकारी फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। विशेष बात यह है कि इस घोटाले में अन्य ठेकेदारों की संलिप्तता भी सामने आ रही है और उन पर भी जल्द कार्रवाई हो सकती है।
क्या है मामला?
4 अक्टूबर 2024 को ठेकेदार चिर्के ने बनावट GR के आधार पर PWD के कनिष्ठ अभियंता सचिन चव्हाण से संपर्क किया और वाकोडी, बुऱ्हाणनगर, कामरगाव, चास आदि क्षेत्रों में कामों के लिए प्रस्ताव मांगे। अभियंता ने निरीक्षण कर अनुमान पत्र बनाए और 33 कामों को कार्यारंभ आदेश भी मिल गया। ठेकेदार ने इनमें से 13 काम पूरे भी कर लिए, जिनमें से 8 का बिल विभाग को भेजा गया था। लेकिन बिल की जांच के दौरान ग्रामविकास विभाग ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई GR जारी ही नहीं हुआ है। तभी जाकर यह पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया।
कार्रवाई में देरी, लेकिन अब जागा विभाग
ग्रामविकास विभाग ने 4 अप्रैल 2025 को ही सार्वजनिक बांधकाम विभाग को ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन तब विभाग ने इसे नजरअंदाज किया।
MKN NEWS द्वारा यह मामला विधिमंडळ में उठाए जाने के बाद विभाग ने रातोंरात हरकत में आकर पुलिस में शिकायत दी और अब FIR दर्ज हो गई है।
सवालों के घेरे में विभाग की भूमिका
• बिना सत्यापन के PWD विभाग ने कैसे 5.56 करोड़ के काम मंजूर किए?
• ठेकेदार के पास यह बनावट GR आया कहां से?
• 13 काम पूरे होने तक किसी को संदेह क्यों नहीं हुआ?
अब क्या?
PWD विभाग ने उर्वरित 20 कामों को स्थगित कर दिया है। साथ ही अन्य ठेकेदारों की भूमिका की भी जांच चल रही है।
MKN NEWS ने इस भ्रष्टाचार का पर्दाफाश कर जनता और शासन को सच्चाई से अवगत कराया।
हमारी खबर का असर – FIR और कार्रवाई!