
अहिल्यनगर (अहमदनगर): महाराष्ट्र सरकार के नाम पर फर्जी सरकारी प्रस्ताव (GR) बनाकर लगभग 7 करोड़ रुपये के काम पूरे कर लिए गए हैं। इस मामले में अब ठेकेदारों को बिल पास नहीं होने के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगर निगम और अन्य विभागों के अंतर्गत कुल 45 फर्जी GR के आधार पर सड़क निर्माण, पानी की पाइपलाइन, स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज जैसी विभिन्न विकास परियोजनाओं के काम किए गए। लेकिन यह सभी GR जांच में फर्जी पाए गए हैं।
इससे ठेकेदारों को 7 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान अटक गया है। ठेकेदारों का कहना है कि उन्होंने संबंधित विभागों से मंजूरी लेकर काम पूरा किया, लेकिन अब जब GR ही मान्य नहीं है, तो सरकार भुगतान से इनकार कर रही है।
इस मामले की जांच शुरू हो गई है और संबंधित अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि ये फर्जी GR किसने बनाए और कैसे विभागों तक पहुंचे। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।